शिक्षा मानव जीवन का आदर्श है शिक्षा के बिना मानव जीवन अधूरा ही नही बल्कि पूर्णतया निर्थक है इसलिए कहा गया है |
विद्या विहीन पशु अथार्थ विद्या से विहीन पशु के समान है |
शिक्षा के साथ अनुशासन भी जीवन का मह्तवपूर्ण आधार है अनुशासन के बिना लक्ष्य की पूर्ति उसी प्रकार असंभव है जिस प्रकार व्यक्ति के लिए धरती पर तारे तोडना अतः एक आदर्श मनुष्य बनने के लिए संस्कारित शिक्षा ग्रहण करना अति आवश्यक है |
जीवन मनोविनोद का स्थान है ना की अश्रुओ का ेस्थान जीवन तो एक सेवा सदन है |
इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर श्री गणपत राम मेमोरियल शिक्षा समिति द्वारा सन 2004 से अजीतगढ़ पी जी कॉलेज जो की किराये के भवन में 52 विधार्थीयों के साथ प्रारम्भ किया गया शनैः शनैः यह महाविद्यालय प्राध्यपकों की मेहनत से दिन दुगनी रात चौगुनी प्रगति करता रहा ये महाविद्यालय दिवराला रोड पर स्थित अपने विशाल निजी भवन में स्नातक कला संकाय वाणिज्य संकाय से तथा एम ए भूगोल राजनैतिक विज्ञान हिंदी साहित्य इतिहास व बीएड़ इंटिग्रेटेट पाठ्यक्रम विषय से संचालित है महाविद्यालय समय समय पर सांस्कृतिक गतिविधिया छात्रसंग चुनाव व अन्य प्रतियोगिता का आयोजन करता रहता है इस महाविद्यालय में अनुशासन को देखते हुए वर्तमान समय में छात्र छात्र की संख्या 4120 हो गई है आपके सहयोग से यह महविद्यालय अपनी ऊंचाई को छू रहा है प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए अलग पर्थक से कक्षाऐ लगवाई जाती है |
MEGHRAJ YADAV
Secretary
9828046411